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कुत्ते को इंजेक्शन कब और कौन-कौन से लगाते है | कुत्तों को कितने टीके लगते हैं?

दोस्तों इंसानो में छोटे बच्चो को कई प्रकार के इंजेक्शन मतलब टीके लगवाये जाते हैं ताकि वे फ्यूचर में बीमारियां से बच सके ठीक प्रकार कुत्तो को भी कई इंजेक्शन लगाए जाते है। तो अगर आपने एक कुत्ते को एडॉप्ट किया है तो आपको अपने डॉग को अलग -अलग वैक्सीन लगाने की जरुरत होती है जो की जरुरी होते हैं अगर आप इन जरुरी इंजेक्शन को अपने कुत्ते को नहीं लगवाते हो तो आपके कुत्ते को कई अलग -अलग बीमारियां होने का खतरा रहता है तो दोस्तों अगर आपको इस बात की जानकारी नही है कि आपको अपने कुत्ते को कौन कौन वैक्सीन और कब लगानी है तो ऐसे स्थिति में आपको इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ना चाहिए। इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको यह बताने का प्रयास करेंगे कि कब आपको अपने कुत्ते को कौन सा इंजेक्शन लगवाना होगा ? अगर आप भी इन सब इंजेक्शन और वैक्सीन के बारे में जानना चाहते है तो आपको हमारे साथ बने रहना होगा। चलिए शुरू करते है।

कुत्ते को इंजेक्शन कब और कौन-कौन से लगाते है | कुत्तों को कितने टीके लगते हैं?

कुत्तों को कितने टीके लगते हैं?

दोस्तों बात करें की कुत्तो कितने टीके लगाए हैं तो मुख्य तय डॉग्स को दो प्रकार के इंजेक्शन लगाए जाते हैं जिसमे पहला कम्बाइन वैक्सीन होती है इसमें कई अलग -अलग बिमारियों के लिए एक ही इंजेक्शन होता है इनके example जैसे – 7 in 1, 8 in 1, 9 in 1 है।
दूसरा दोस्तों रैबीज का इंजेक्शन होता है। ये दो प्रकार के इंजेक्शन कुत्तो लगाए जाते हैं।

कुत्ते को पहली वैक्सीन कब और कौन सी लगती है?

दोस्तों कुत्ते को पहली वैक्सीन तब लगती है जब उनकी उम्र 45 से 60 दिन की होती है मतलब एक महीने के बाद आप अपने डॉग को वैक्सीन लगा सकते हो। उनको सभी वैक्सीन के डोज 16 से 20 हफ्ते के बीच में खत्म हो जाते है। इसके बाद बूस्टर डोज़ लगवाए जाते है जिनको साल में एक बार ही लगाया जाता है इनमे अलग -अलग बिमारियों से बचने के लिए अलग -अलग इन्जेक्शंन होते हैं।

कम्बाइन वैक्सीन (7 in one,8 in one ,9 in one ) –

दोस्तों सबसे पहले कुत्ते को पहला कम्बाइन इंजेक्शन लगता है जिसमे 7 in one,8 in one ,9 in one इंजेक्शन आते है इनमे से कोई एक आप अपने कुत्त्ते को लगा सकते हैं इनमे कोई ज़्यदा फर्क नहीं होता है बस आप इतना समझिये की 7 in 1 का मतलब 7 बिमारियों का टीका आपको एक इजेक्शन में मिलता है वैसे ही 8 in 1 में आपको 8 बिमारियों का टीका के ही इंजेक्शन में मिलता है। तो आप इनमे से कोई सा भी एक इजेक्शन लगा सकते हो। इन इंजेक्शन का कीमत आपको 500 रूपए से 1000 रूपए तक पड़ता है।
कंबाइन वैक्सीन का पहला डोज 45 से 60 दिन के बीच में लगता है उसके बाद 1 महीने बाद पहला बूस्टर डोज और उसके 1 महीने बाद दूसरा बूस्टर डोज लगता है। मतलब आपको कंबाइंड वैक्सीन (7 in 1,8 in 1 या 9 in 1) का 3 इंजेक्शन अपने डॉग को लगाना पड़ेगा। इसके बाद आपको हर साल में एक बार यह combine इंजेक्शन अपने कुत्ते को लगवाना होता है।

रेबीज की वैक्सीन (ARV) anti rabbis vaccine

दोस्तों रैबीज एक खतरनाक बीमारी होती है जो किसी कुत्ते और जानवर के काटने से इंसानो में होती है इसलिए कुत्ते में रैबीज का टीका लगवाया जाता है ताकि अगर वह गलती से किसी को काट ले तो उसको रैबीज का इंस्फेक्शन ना हो। यह vaccine कुत्ते को लगाना बहुत जरूरी होता है क्यूंकि जब कुत्ते का बच्चा छोटा होता है तो वह खेल खेल में इंसानो पर काफी ज़्यदा काटता है तो आपको किसी प्रकार का इन्फेक्शन होने से बचने के लिए रेबीज की वैक्सीन लगानी चाहिए।
रैबीज का इजेक्शन छोटे पप्पी को सबसे पहले तब लगती है जब आपका कुत्ता 12 हफ्ते मतलब 3 महीने हो गया हो। इसके एक महीने बाद रेबीज का बूस्टर डॉज चौथे महीने के लास्ट में और इसके एक महीने बाद एक और बूस्टर डोज पांचवे महीने के लास्ट में लगवाना होता है। इसकी कीमत आपको 300 से 500 रुपये तक पड़ेगा।
रेबीज वैक्सीन लगाकर आप अपने कुत्ते के साथ अपने आप को प्रोटेक्टेड करते है। यह रेबीज का वैक्सीन नही लगाना आपके कुत्ते के लिए आगे चल कर परेशानी का सबब बन सकता है।

कैनिन डिस्टेंपर वैक्सीन

यह कैनिन डिस्टेंपर एक infectious disease है जो काफी तेज़ी से एक से दूसरे में फैलता है। काफी बार तो यह डिजीज डॉग्स से इंसानों में भी आ जाती है। जिसके कारण आपको गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल, नाक और आंखो से संबंधित समस्या हो सकती है। इस कैनिन डिस्टेंपर वैक्सीन आपको अपने कुत्ते के 8 हफ्ते पूरे होने के बाद लगवानी चाहिए।

हेपेटाइटिस वैक्सीन

इस हेपेटाइटिस कैनाइन एडेनोवायरस 1 (CAV-1) का सबसे बड़ा कारण होता है। यह बीमारी आम तौर पर पानी और खाद्य पदार्थों के माध्यम से भी फैलती है। इस बीमारी से रोकथाम के लिए आप अपने कुत्ते को वैक्सीन 8 हफ्ते के बाद लगा सकते है।

लेप्टोस्पायरोसिस

आपके कुत्ते के शरीर में लेप्टोस्पायरोसिस बीमारी का सबसे बड़ा कारण बैक्टिरियल इन्फेक्शन होता है। यह लेप्टोस्पायरोसिस की बीमारी भी कुत्ते से इंसान में आ जाती है। इस लेप्टोस्पायरोसिस की बीमारी के दौरान शरीर के कई अंग काम करना बंद कर देते है। इस रोग से अपने आप को और अपने कुत्ते को बचाने के लिए आप 8 हफ्ते के बाद करा सकते है।

परवोवायरस

इस कैनिन परवोवायरस को बहुत ही घातक और संक्रामक वायरस माना जाता है। यह आपके लिए जानलेवा भी साबित हो सकता है। इस वैक्सीन को आप अपने कुत्ते को 8 हफ्ते के बाद भी लगा सकते है। इस वायरस के विरुद्ध अपने कुत्ते को वैक्सीन लगाना बेहद ही जरूरी माना जाता है।

FAQ ( अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)

क्या रेबीज के इंजेक्शन लगाने के बाद अगर कुत्ता किसी को काट दे तो उसको रेबीज हो सकता है?

हां बिल्कुल हो सकता है अगर कोई कुत्ता किसी इंसान को काटता है भले उसको रेबीज का इंजेक्शन लगा हो तो इंसान को रेबीज का इंफेक्शन हो सकता है इसलिए आपको कुत्ते के काटने के बाद डॉक्टर के पास जाना चाहिए और सभी जरूरी इंजेक्शन आपको भी लगानी चाहिए ताकि आपको किसी प्रकार की बीमारी का इन्फेक्शन ना करें।

अगर कुत्ते का छोटा बच्चा आपको काट लेता है तो क्या आपको वैक्सीन लगाना चाहिए?

दोस्तों इसका जवाब भी हां है आपको वैक्सीन लगाना चाहिए अगर कुत्ते ने आपको काटा है कुत्ता छोटा हो या बड़ा कुत्ते के काटने से आपको बीमारी हो सकती है इसलिए जरूरी है कि आपको अपने डॉक्टर से मिले और इस बारे में बात करें उनको सभी चीजें बताएं।

क्या सभी इंजेक्शन कुत्ते को लगाना जरूरी होता है?

दोस्तों या डिपेंड करता है आप पर अगर आपके पास पैसा है तो आप सभी injection जरूर लगाएं नहीं तो आप रेबीज वाला इंजेक्शन आपको लगाना ही होगा।

रेबीज के कितने इंजेक्शन लगते हैं।

दोस्तों कुत्ते मे रेबीज के 3 इंजेक्शन लगते हैं पहला इंजेक्शन आपको 3 महीने के बाद लगाना होता है और उसके 1 महीने के बाद पहला बूस्टर इंजेक्शन और फिर एक महीने बाद एक और बूस्टर डोज लगाया जाता है । मतलब साल भर में आपको अपने कुत्ते को 3 रेबीज के इंजेक्शन लगाने होते हैं उसके बाद आप एक साल में एक इंजेक्शन लगा सकते हैं।

रेबीज इंजेक्शन कितने का आता है।

रेबीज का इंजेक्शन आपको ₹300 से ₹500 तक मेडिकल स्टोर में आराम से मिल जाएगा।

निष्कर्ष (final words)-

आज इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको dogs में कौन -कौन से इंजेक्शन लगाए जाते हैं उसके बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करने का प्रयास किया है। उम्मीद है आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा। अगर आप आप हमसे इस विषय से संबंधित कोई भी सवाल पूछना चाहते है तो आप हमसे नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में संपर्क कर सकते है।

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